Friday, June 27, 2014

मेरा भारत महान !

हम घोड़े-खच्चर उड़ाना भी जानते है।  








Sunday, June 22, 2014

माँ धारी देवी सिद्ध पीठ -संक्षिप्त युग चित्रण !


कल्यासौड़ से माता के मंदिर का पैदल प्रवेश द्वार।  

कल्यासौड़ पैदल मार्ग की तरफ से प्राचीन मंदिर, पुल  और धारी गाँव की एक छवि।


१. धारी गाँव और आस-पास के अन्य गाँवों को जाने हेतु पैदल पुल जो बाढ़ में बह गया।
२. कल्यासौड़ सड़क मार्ग तक पहुँचने का पैदल मार्ग।
३. मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार।
४.  मंदिर के समीप का घाट जहां श्रद्धालु मदिर में प्रवेश से पहले स्नानादि करते थे। 
अलकनंदा तट पर एक शिला पर स्थित माँ का प्राचीन मंदिर                 
श्रद्धालु, श्रद्धा और मन्नत के लिए माँ को घंटियाँ  भेंट करते हैं। 
अलकनंदा नदी पर सुपाणा गाँव / कोटेश्वर  में जलविद्युत परियोजना हेतु बाँध  बनने  और मंदिर के डूब क्षेत्र में होने की वजह से फिर शुरू हुआ मंदिर में माता की मूर्तियों  को ऊपर उठाने का काम।
निर्माणाधीन बाँध

एक स्थानीय अखबार की खबर। बता दें कि १५-१६ जून २०१३ को आई केदार त्रासदी को भी कुछ लोगो ने माता के मंदिर के साथ छेड़छाड़ से जोड़कर देखा।  
                 
अभी लिफ्टिंग (उत्तोलन )का काम अधूरा ही था कि बांध की वजह से जल भराव और बाढ़ की वजह से प्राचीन मंदिर का हिस्सा डूब गया और पुल  बह  गया।
लगभग निर्मित नवमंदिर माता का।  
मंदिर के नजदीक ऋषिकेश- बदरीनाथ हाइवे
  माँ- धारी !
                  
और आखिरकार मातारानी की मूर्तियों को इस  नव-मंदिर में १५-१६ जून , २०१३ को प्रतिस्थापित कर  दिया गया।  


जय माता दी !






Saturday, June 21, 2014

कुदरत, फितरत और हसरत !

अॉगशिमा, जापान

Friday, June 20, 2014

घर और गृहस्थ

घर बनाने के बाद घर बसाने का मजा ही कुछ और है।   

शैल, शैली और जीवन

जज्बा हो तो राह निकल ही आती है।

Thursday, June 19, 2014

उत्तराखंड त्रासदी




त्रासदी से कुछ हफ्ते पहले का केदार !





त्रि -शीर्ष भुजंग !


कला शीशियों की


Wednesday, June 11, 2014

अनोखी तराश !


लिविंग्स्टन, मॉन्टेना, अमेरिका में सोते इंडियन  दिग्गज
Credit: Ranger Rick magazine & Terry G. Smart
इस पहाड़ी के बारे में कहा जाता है की दोपहर के बाद  यह मुखाकृति नजर नहीं आती !


रवांडा, इसी धरा पर !

नरसंहार के बाद पलायन को मजबूर !

दस्तूर

शराफत का नाजायज फायदा  कहें या कुछ और ?


प्रकृति-प्रकोप !

क्रिस बेलामी द्वारा खींची गई टोरनैडो की सजीव तस्वीर !

एक थी एंबेस्‍डर' !

जिसने अपने जीवन काल में बड़े से बड़े और छोटे से छोटे  हर भारतीय को ढोया !


दरख़्त आभा

पेड़  की नायाब  नक़्क़ाशी